Hanuman Ji
Hanuman Ji: रूद्र के अवतार हनुमान जी ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं. इनकी आराधना से वल ,कृति ,आरोग्य और निर्भीकता बढ़ती है. हनुमान जी को चिरंजीवी देवता माना जाता है. यही कारण है कि श्री हनुमान चरित्र या नाम स्मरण ही हर युग काल में जगत के लिए संकटमोचक विघ्न हरण का बेहतर आस्था माना गया है. और आज इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे बात बताने जा रहे हैं जो हर कोई नहीं जानता लेकिन अंजनी पुत्र हनुमान जी के जीवन में ऐसे कुछ रहस्य है जिनके बारे में जानना आवश्यक है. इसलिए इस पोस्ट के अंतिम तक अध्ययन करें.
Hanuman Ji
हनुमान जी का जन्म
हिंदू धर्म के ग्रंथों के अनुसार हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा में मंगलवार के दिन हुआ था. हनुमान जी का माता का नाम अंजना था और वह इंद्रलोक की अप्सरा थी जहां पर उनका नाम पुंजिकास्थला था. हनुमान जी के पिता का नाम वानर राज के केसरी था. जोकि अंजन प्रदेश के महाराज थे. कहा जाता है कि हनुमान जी का जन्म ऋषि मुनियों की श्राप तथा माता अंजना की 12 वर्षों की तपस्या का ही परिणाम था.
हनुमान जी की शक्तियां
वाल्मीकि रामायण के अनुसार हनुमान जी की शक्तियां- हनुमान जी अपनी इच्छा के अनुसार अपने शरीर का आकार बदल सकते हैं. हनुमान जी का शरीर जन्म से ही अविनाशी और अक्षय था. और वह गोरूर के समान तेज गति से उड़ सकते हैं. वे सर्व बुद्धिमान और अथक है. हनुमान जी ने इंद्र तथा ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त किए थे. इंद्रदेव हनुमान जी को वरदान देते हुए कहते हैं कि तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी.
हे निपुण हनुमान हजार आंखों वाला इंद्र तहे दिल से तुम्हें यह वरदान देता है कि तुम्हारी मृत्यु तुम्हारी इच्छा अनुसार ही होगी. और ब्रह्मा जी का एक वरदान प्राप्त था कि कोई भी बड़ा से बड़ा वस्तु तुम्हारा कुछ भी नहीं कर सकता. हनुमान जी की ताकत की कोई सीमा नहीं थी.
मंगलवार हनुमान जी की पूजा
हनुमान जी का पूजा कभी भी कर सकते हैं लेकिन कहा जाता है कि मंगलवार को हनुमान जी की पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है. मंगलवार को बजरंगबली का दिल कहा जाता है. इस दिन लाल सिंदूर चढ़ाकर पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. मंगलवार को हनुमान जी का वार माना जाता है क्योंकि मंगलवार के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. उस दिन हनुमान जी का पूजा करना चाहिए सभी कष्टों मुक्ति मिलती है.
Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi and English