Laxmi Aarti Lyrics in Hindi
Laxmi Aarti Lyrics in Hindi: भगवान विष्णु की पत्नी है मां लक्ष्मी । धन-संपत्ति अर्थात पैसा वर्तमान में मनुष्य की सबसे बड़ी जरूरत है । पैसे से ही मनुष्य के जीवन की तमाम भौतिक जरूरी पूरी होती है। धन संपत्ति समृद्धि का एक नाम लक्ष्मी भी है ।
मां लक्ष्मी पूजा
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मां लक्ष्मी पूजा : लक्ष्मी जोकि भगवान विष्णु की पत्नी है मान्यता है कि महालक्ष्मी की कृपा से धन-धन, संपत्ति, समृद्धि आती है। जिस घर में मां लक्ष्मी का वास नहीं होता वहां दरिद्रता घर का लेती है , इसलिए लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना है और प्रसन्न करने के लिए लक्ष्मी जी को नियम पूर्वक आरती भी करना चाहिए।
Laxmi Aarti Lyrics
लक्ष्मी जी आरती ओम जय लक्ष्मी माता, तुमको निस दिन सेवत, मैया जी को निस दिन सेवत हर विष्णु विधाता || ओम जय लक्ष्मी माता || उमा रमा ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता ओ मैया तुम ही जग माता सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता || ओम जय लक्ष्मी माता || दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पति दाता ओ मैया सुख सम्पति दाता जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता || ओम जय लक्ष्मी माता || तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता ओ मैया तुम ही शुभ दाता कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भव निधि की दाता || ओम जय लक्ष्मी माता || जिस घर तुम रहती तहँ सब सदगुण आता ओ मैया सब सदगुण आता सब सम्ब्नव हो जाता, मन नहीं घबराता || ओम जय लक्ष्मी माता || तुम बिन यज्ञ न होता, वस्त्र न कोई पाता ओ मैया वस्त्र ना पाटा खान पान का वैभव, सब तुम से आता || ओम जय लक्ष्मी माता || शुभ गुण मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि जाता ओ मैया क्षीरोदधि जाता रत्ना चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता || ओम जय लक्ष्मी माता || धुप दीप फल मेवा, माँ स्वीकार करो मैया माँ स्वीकार करो ज्ञान प्रकाश करो माँ, मोहा अज्ञान हरो || ओम जय लक्ष्मी माता || महा लक्ष्मी जी की आरती, जो कोई जन गाता ओ मैया जो कोई गाता उर आनंद समाता, पाप उतर जाता || ओम जय लक्ष्मी माता ||
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लक्ष्मी आरती
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Laxmi Aarti Lyrics in Hindi
लक्ष्मी आरती: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए की जाती है पूजा और पूजा के साथ लक्ष्मी आरती करना भी अत्यंत आवश्यक है। महालक्ष्मी जी को पूजा करने के लिए अपने सामर्थ्य के अनुसार सामग्री जुटा सकते हैं। मां लक्ष्मी को जो वस्तुएं प्रिय है उनमें से लाल गुलाबी या फिर पीले रंग का रेशमी वस्त्र लिया जा सकता है।
मां लक्ष्मी पूजा के फल
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मां लक्ष्मी पूजा के फल: कमल और गुलाब के फुल में बेहद प्रिय है फल के रूप में श्रीफल, अनार, सीताफल, सिंघाड़े मां को बहुत पसंद है अनाज में चावल घर में बनी शुद्ध मिठाई, हलवा, खीर, आदि उपयुक्त है इसके अलावा पूजन में कुमकुम , पान,सुपारी ,लॉन्ग, इलायची, आवश्यक है।
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