Rahat Indori Shayari
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ नहीं महसूस होता,
जब भी कोई खुदा का नाम लेता हूँ।
ख़ामोशी गुनगुनाहट सी हो जाती है,
जब रूह मेरी आपकी रूह से मिलती है।
Lakshmi Ji ki Aarti आरती लक्ष्मी जी की
Rahat Indori Shayari
इश्क़ ने ज़िंदगी का अद्भुत चेहरा दिखाया,
हमने उसके चेहरे को अपने हक़ से सजाया।
जिस्म की बात थी हमसे तो दिल भी बयां कर देते,
फ़िर क्यों अजनबी सी हो गईं, जब मिला दिया हमसे।
Rahat Indori Shayari
हर बार का खुदा इंसान नहीं होता,
हर आदमी का ख़ुदा ख़ास नहीं होता।
दुनिया की खुशी ख्वाहिशों से मिली होती है,
मोहब्बत की खुशी आशियां से मिली होती है।
If you like this post then please share this post with your social media account. We publish news and career-related post on our website. Thank you.